शिक्षक बनने की राह पर चल रहे छात्रों के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है। सरकार ने B.Ed और D.El.Ed कोर्स करने वालों के लिए एक नया नियम जारी किया है। इस बदलाव का सीधा असर उन सभी छात्रों पर पड़ेगा जो इन पाठ्यक्रमों के माध्यम से शिक्षक बनने की तैयारी कर रहे हैं।
New Rule for B.Ed and D.El.Ed 2025
नई गाइडलाइंस के अनुसार अब B.Ed और D.El.Ed करने वाले छात्रों को कुछ अतिरिक्त मापदंडों को पूरा करना होगा। खासकर शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) और शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में इन नियमों का पालन अनिवार्य होगा।
नई गाइडलाइन का उद्देश्य
सरकार का कहना है कि इन नए नियमों का उद्देश्य देश में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाना और योग्य शिक्षकों की नियुक्ति सुनिश्चित करना है। अब सिर्फ डिग्री लेना ही काफी नहीं होगा, बल्कि गुणवत्ता पर भी ध्यान देना होगा।
B.Ed और D.El.Ed कोर्स की अवधि और संरचना में बदलाव
नए नियमों के तहत कोर्स की अवधि, इंटरनशिप की समयावधि और मूल्यांकन प्रणाली में परिवर्तन किया गया है। B.Ed अब दो वर्ष का ही रहेगा लेकिन प्रैक्टिकल ट्रेनिंग को और सख्त किया गया है। D.El.Ed में भी प्रशिक्षण स्कूलों में उपस्थिति अनिवार्य कर दी गई है।
नवीनतम नियमों की मुख्य बातें
- प्रशिक्षण अवधि के दौरान 80% उपस्थिति अनिवार्य
- इंटर्नशिप के तहत स्कूलों में 4-6 महीने की नियमित उपस्थिति जरूरी
- प्रत्येक छात्र को TET परीक्षा पास करना अनिवार्य
- प्रशिक्षण संस्थान की मान्यता NCTE से अनिवार्य
Teacher Eligibility Test (TET) अनिवार्य
नए नियम के अनुसार अब कोई भी व्यक्ति जो B.Ed या D.El.Ed कर चुका है, उसे शिक्षक बनने के लिए TET (CTET या State TET) पास करना अनिवार्य है। बिना TET के आप शिक्षक भर्ती में पात्र नहीं होंगे।
Private College के लिए सख्त निर्देश
NCTE ने सभी प्राइवेट संस्थानों के लिए सख्त निर्देश जारी किए हैं कि वे कोर्स की गुणवत्ता से समझौता न करें। यदि किसी संस्थान की शिकायत पाई जाती है, तो उसकी मान्यता रद्द की जा सकती है।
डिग्री के साथ ट्रेनिंग का सर्टिफिकेट जरूरी
अब शिक्षक भर्ती में केवल डिग्री से काम नहीं चलेगा। आपको प्रशिक्षण के दौरान प्राप्त स्किल्स, इंटर्नशिप रिपोर्ट और ट्रेनिंग सर्टिफिकेट दिखाना जरूरी होगा। यह कदम छात्रों की गुणवत्ता जांचने के लिए उठाया गया है।
CTET और State TET में होगा बदलाव
नई नीति के अनुसार CTET और राज्य स्तर की TET परीक्षाओं के सिलेबस में भी बदलाव किया जाएगा। इसमें प्रैक्टिकल बेस्ड प्रश्न, पेडागॉजी और इनोवेटिव टीचिंग मेथड्स को शामिल किया जाएगा।
प्रभावित छात्र – किन्हें मानना होगा यह नियम?
ये नियम 2024-26 सत्र से लागू हो चुके हैं और सभी नए दाखिला लेने वाले छात्रों को यह मानना अनिवार्य होगा। पुराने छात्रों पर भी कुछ मामलों में ये नियम लागू किए जाएंगे, खासकर जिनकी परीक्षा अभी बाकी है।
क्या कहती है NCTE की अधिसूचना?
राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (NCTE) की ओर से जारी अधिसूचना में स्पष्ट कहा गया है कि शिक्षक बनने के लिए सिर्फ शैक्षणिक योग्यता नहीं, बल्कि प्रशिक्षण की गुणवत्ता और नैतिक मूल्यों का पालन जरूरी है।
शिक्षक भर्ती में क्या होगा बदलाव?
राज्य सरकारें अब शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में प्रशिक्षण की गुणवत्ता की जांच करेंगी। लिखित परीक्षा के साथ-साथ इंटर्नशिप स्कोर और ट्रेनिंग रिपोर्ट भी भर्ती प्रक्रिया का हिस्सा होंगी।
क्या B.Ed वालों को प्राथमिक शिक्षक बनने का मौका मिलेगा?
पहले B.Ed धारकों को प्राथमिक (Class 1 to 5) शिक्षक बनने की अनुमति नहीं थी। लेकिन नए नियमों में यह स्पष्ट किया गया है कि यदि B.Ed धारक ने Bridge Course या विशेष प्रशिक्षण पूरा किया है तो वह भी आवेदन कर सकता है।
स्टूडेंट्स को क्या करना चाहिए?
जो भी छात्र B.Ed या D.El.Ed कर रहे हैं, उन्हें अब पढ़ाई के साथ-साथ इंटर्नशिप पर विशेष ध्यान देना चाहिए। सभी प्रमाणपत्र और रिपोर्ट समय पर तैयार रखें ताकि भविष्य में कोई परेशानी न हो।
नवीनतम नियमों से जुड़े संभावित लाभ
- शिक्षकों की गुणवत्ता में सुधार
- फर्जी डिग्रियों पर रोक
- प्रशिक्षण संस्थानों में अनुशासन
- छात्रों की बेहतर स्किल डेवलपमेंट
सरकारी और निजी संस्थानों के लिए दिशानिर्देश
- सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि सरकारी और निजी दोनों प्रकार के संस्थानों को NCTE द्वारा निर्धारित सभी मानकों का पालन करना होगा। किसी भी प्रकार की लापरवाही पर संस्थान की मान्यता रद्द हो सकती है।
FAQs: B.Ed D.El.Ed New Rule 2025
- Q. नया नियम कब से लागू हुआ?
A. यह नियम सत्र 2024-26 से लागू हो चुका है। - Q. क्या B.Ed धारक प्राथमिक शिक्षक बन सकते हैं?
A. हां, यदि वे ब्रिज कोर्स पास करते हैं। - Q. TET परीक्षा जरूरी है?
A. हां, अब सभी को TET पास करना अनिवार्य है। - Q. प्रशिक्षण के दौरान उपस्थिति कितनी जरूरी है?
A. कम से कम 80% उपस्थिति अनिवार्य है। - Q. इंटर्नशिप रिपोर्ट का क्या महत्व है?
A. यह शिक्षक भर्ती प्रक्रिया का हिस्सा होगा।
निष्कर्ष
यदि आप B.Ed या D.El.Ed कर रहे हैं या करने की सोच रहे हैं तो ये नए नियम आपके लिए बेहद जरूरी हैं। इस बदलाव से न केवल शिक्षा व्यवस्था बेहतर होगी बल्कि योग्य और कुशल शिक्षक भी तैयार होंगे। समय रहते इन नियमों को समझकर अपनी तैयारी शुरू कर दें।

🧑🏫 नेसार सर – BSEB Career के संस्थापक (Founder & Content Expert)
नेसार सर एक अनुभवी, मेहनती और Visionary Blogger हैं, जो BSEB Career के Founder और Main Content Creator हैं।
उनका Vision बिल्कुल साफ है – “हर Student और Youth को सटीक, भरोसेमंद और समय पर जानकारी देना ताकि वे अपने Career से जुड़े हर जरूरी फैसले सोच-समझ कर ले सकें।”